तेरे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¥‡ पे सà¥à¤– चैन मिल जाता है।
जग को तारण मà¥à¤à¥‡ महावीर नजर आता है ।।
मेरे गà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡à¤µ तारण ,आया मै तेरी शरण---2
जग जीव को तारे जो,वो दà¥à¤µà¤¾à¤° नजर आता है ।
तेरे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¥‡ पे----------------
इस दà¥à¤µà¤¾à¤° से कà¤à¥€ कोई खाली नहीं जाता है ।
जग को तारण ,मà¥à¤à¥‡ महावीर नजर आता है
तेरे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¥‡-----------
चैन मिला जà¥à¤žà¤¾à¤¨ मिला, धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ लगा रे ।
मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤ªà¥à¤° जाने का ,अरमान जगा रे।।
अब तो कही मान लो, तारण गà¥à¤°à¥ की ।
वे ही है सचà¥à¤šà¥‡ ,आतम के पारखी ।।
इनकी शरण जो रहे,
à¤à¤µà¤¸à¤¾à¤—र वो तरे ।
अब तो आतम मे ही à¤à¤—वान नजर आता है ।
जग को तारण- --------------
तेरे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¥‡ पे----------
अब तो लगे जà¥à¤žà¤¾à¤¨ से, नहाता रहूठमै ।
आतम ही आतम के गीत, गाता रहूठमै।।
मै à¤à¥€ तà¥à¤°à¤¯ योग को, संà¤à¤¾à¤² जो पाऊ।
अपने मे इस कदर,मै डूबता जाऊ।।
अपने मे जाà¤à¤Š समा ,
कà¥à¤› à¤à¥€ हो ना जहाठ।
"अंतिम "जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¾à¤¨à¤‚द को कà¥à¤¯à¥‹ विसराता है ।
जग को तारण- ------------
तेरे दà¥à¤µà¤¾à¤°à¥‡------------
मेरे गà¥à¤°à¥à¤¦à¥‡à¤µ तारण- --------
जग जीव को तारे--------
जग को तारण- ---------